Thursday, December 25, 2025
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डीसी वह एसपी शिमला ने आज जिला को अन्य राज्यों एवं जिला से जोड़ती सीमाओं का लिया जायजा

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी ने आज जिला को अन्य राज्यों एवं जिला से जोड़ती सीमाओं का जायजा लिया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अंतर्राजीय पुलिस चेक पोस्ट कुड्डू, फेडिज पुल एवं हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पोस्ट बैरियर का निरीक्षण किया। उन्होंने निगरानी दल एवं अन्य टीमों को अवैध शराब, नकदी एवं अन्य सामग्री के परिवहन को रोकने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्वाचन कार्य में लगे टीमों को 24 घंटे तैनात रहते हुए मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने अन्य राज्यों से आने-जाने वाले वाहनों की कड़ाई से जांच करने को कहा। साथ ही संदिग्ध वाहनों की जांच कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने पंद्रानु मतदान केंद्र का किया निरीक्षण इसके पश्चात् जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पंद्रानु के मतदान केंद्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित एआरओ को क्षेत्र के मतदान केंद्रों में मतदाताओं को मिलने वाली सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के आवश्यक निर्देश दिए।

स्नेल भूस्खलन का भी लिया जायजा
उपायुक्त ने इस अवसर पर गत दिनों में राष्ट्रीय राजमार्ग-707 पर स्नेल में हुए भूस्खलन क्षेत्र का भी जायजा लिया, जिसमें दो व्यक्तियों की दुखद मृत्यु हुई थी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस क्षेत्र को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए ताकि आमजन को आवागमन में असुविधा न हो और ऐसी घटना भविष्य में न हो। इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी (ना.) जुब्बल राजीव सांख्यान, तहसीलदार निर्वाचन राजेन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

परीक्षा में रहा असफ़ल तो 12वी के छात्र ने फंदा लगाकर की आत्महत्या

पाँवटा साहिब:- ज़िला सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब में आज एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में फेल होने से एक छात्र ने अपने घर में पंखे से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। 12वीं कक्षा का छात्र रोहित चौहान (18) पुत्र फूल सिंह निवासी सूरजपुर ने आज सुबह अपने निवास पर फंदा लगाकर आत्महत्या की है। बताया जा रहा है कि छात्र 12वीं कक्षा में फेल होने की वजह से मानसिक तनाव में था, जिसके चलते उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। छात्र दूसरी बार फेल हुआ था। जिस कारण वह इस बार पहले से ही मानसिक तनाव झेल रहा था। कल परीक्षा का परिणाम आने के बाद छात्र घर में आया तो गुमसुम रहने लगा और आज सुबह अपने कमरे में जाकर उसने मौत को गले लगा लिया।

शिलाई कॉलेज रोड पर खाई में गिरी पिकअप, 2 की मौत एक गंभीर रूप से घायल

शिलाई में शिलाई कॉलेज रोड पर एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना सामने आई है। हादसा इतना गंभीर था की हादसे में दो युवकों की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है। मिल रही जानकारी के मुताबिक शिलाई के कॉलेज रोड़ पर एक पिकअप (HP-08 5287) दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। हादसे में दो युवकों की मौत हो गई है। जबकि एक गंभीर रूप से घायल हुआ है। मृत युवकों की पहचान 18 वर्षीय योगेश पुत्र भाव सिंह निवासी गांव बॉम्बल तहसील शिलाई व राहुल पुत्र अंतर सिंह उम्र 27 बर्ष निवासी गांव शिलाई,
जबकि घायल की पहचान 27 वर्षीय अमित पुत्र प्रेम सिंह निवासी गांव शिलाई के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि पिकअप शिलाई डिग्री कॉलेज से शिलाई बाजार की तरफ आ रही थी तभी नाया मोड़ पर गाड़ी की कटिंग नही हो पाई और गाड़ी सीधी सड़क से लुढ़क कर गहरी खाई में जा गिरी।
जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक युवक गम्भीर रूप से घायल हुआ है। जिससे शिलाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
SHO शिलाई प्रीतम सिंह लालटा ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि शिलाई के कॉलेज रोड़ पर एक पिकअप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई है। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ है,जिससे अस्पताल में भर्ती कराया गया है उन्होंने बताया कि हादसे के करणों कि जांच की जा रही है।

गेहूँ कटाई के लिए जाने को तैयार नहीं हुई लेबर तो ग्रामीण करने लगा हाथापाई..

बाँगरन चौक पाँवटा साहिब पर सैकड़ो मज़दूर इस आस में सुबह 6:30 बजे से इक्कठा होना शुरू हो जाते है कि अपनी आजीविका चलाने के लिए शायद उन्हें कुछ काम मिल जाएगा! और ये सैकड़ो मज़दूर पिछले कई वर्षों से ईसी चौक पर खड़े होकर मिले काम से ही अपना परिवार चला रहे है! परन्तु आज सुबह बाँगरन चौक पर ज्वालापुर निवासी एक ग्रामीण लेबर वालों से हाथापाई कर उन्हें आगे से चौक पर नहीं खड़े होने की धमकी देने लगा! लेबर वाले डर के मारे इधर उधर भागने लगे! चौक पर खड़े एक मज़दूर राम कुमार ने कहा कि ज्वालापुर निवासी ये ग्रामीण ज़बरदस्ती मजदूरों को 500 रुपये दिहाड़ी में गेहूँ की कटाई के लिए जाने को बोल रहा हैं नहीं चलने पर मजदूरों के साथ हाथापाई कर रहा है तथा चौक से सभी मजदूरो को भगाने लगा हैं! मजदूरो ने आरोप लगाया कि गत रोज़ पहले भी ईसी ग्रामीण ने 700 रुपये दिहाड़ी पर कुछ मजदूरो को खेत पर गेहूँ कटवाने ले गया था परन्तु देर शाम तक काम करवाने के बाद 500-500 रुपये देकर मजदूरो को भगा दिया था इसलिए कोई भी मज़दूर इनके साथ जाने को तैयार नहीं हैं!

अंडर 16 में शिमला के ख़िलाफ़ मैच में पाँवटा साहिब के कृष जैन ने खेली 109 रनों की पारी, बाक़ी बल्लेबाज़ नहीं छू सके दहाई का आकड़ा

जिला अंडर-16 क्रिकेट प्रतियोगिता के तहत लुहणू क्रिकेट मैदान में हुए सिरमौर अंडर-16 व शिमला अंडर-16 मैच में शिमला ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सिरमौर को पारी और 229 रन से मात दे दी। शिमला के तेज गेंदबाज काव्यांश शर्मा ने दोनों पारियों में 10 विकेट हासिल किए। सिरमौर की ओर से दूसरी पारी में पाँवटा साहिब निवासी कृष जैन ने बेहतर बल्लेबाजी करते हुए शतकीय पारी खेली उन्होंने दूसरी पारी में कुल 109 रनों का योगदान दिया जबकि सिरमौर का एक भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाया। सिरमौर की दूसरी पारी तीसरे दिन के पहले सत्र में 164 रन पर सिमट गई और शिमला 229 रन और एक पारी के अंतर से आसानी से जीत गया और मैच को अपने नाम किया। कृष जैन के अलावा सिरमौर के बल्लेबाज़ शिमला के गेंदवाजो के आगे नहीं टिक पाये और एक छोर पर एक के बाद एक विकेट गिरते गये! कृष ने 118 के स्ट्राइक रेट से 92 गेंदों पर बेहतरीन 109 रनों की पारी खेली जिसमे 19 चोके व एक छक्का था! इस दौरान उसने 152 मिनट तक बलेबाज़ी की! मध्य वर्गीय परिवार से आने वाले कृष जैन (नोनू) पाँवटा साहिब बसस्टैंड के पास में अपनी माता रीना गुप्ता व मामा पंकज गुप्ता के साथ रहते है! कम संसाधन होने के बावज़ूद कृष पिछले 6 वर्षों से कड़ीं मेहनत कर रहा है परंतु पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाते! सिरमौर क्रिकेट एसोसिएशन से क्रिकेट प्रेमियों में नाराज़गी जगज़ाहिर है एक तो पदो पर काफ़ी लंबे समय से जमे एक ही पदाधिकारी है दूसरा उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में युवायों के हुनर को निखारने के लिए किए गये अपर्याप्त पर्यास है! सिरमौर क्रिकेट एसोसिएशन को ऐसे युवा खिलाड़ियो पर मेहनत करनी चाहिए तथा उचित अवसर प्रदान करने चाहिए!

आईआईएम सिरमौर के 8वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में 297 छात्रो को मिली एमबीए की डीग्री!

पाँवटा साहिब:- आईआईएम सिरमौर के 8वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में आज दो सौ सत्तानवे छात्र स्नातक हुए। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के धौला कुआं स्थित स्थायी परिसर में आयोजित इस दीक्षांत समारोह में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री पुष्प कुमार जोशी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। आईआईएम सिरमौर के निदेशक प्रोफेसर प्रफुल्ल अग्निहोत्री ने कार्यक्रम के दौरान निदेशक नोट प्रस्तुत किया। अपने संबोधन में उन्होंने पिछले शैक्षणिक वर्ष में संकाय, कर्मचारियों और छात्रों द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों का एक स्नैपशॉट प्रस्तुत किया। उन्होंने आगे बताया कि स्थायी परिसर के निर्माण का 85% काम पूरा हो चुका है। उन्होंने आगे बताया कि संस्थान में वर्तमान में 39 पूर्णकालिक और 2 सहायक संकाय सदस्य हैं, जो सभी आईआईएम, आईआईटी और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से हैं। अपने उद्घाटन भाषण में बीओजी के अध्यक्ष श्री अजय श्रीराम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह परिसर जल्द ही देश का सबसे मनोरम और टिकाऊ परिसर बन जाएगा। उन्होंने संस्थान में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि संस्थान आगामी शैक्षणिक वर्ष में स्थायी परिसर में परिचालन शुरू कर देगा। उन्होंने संस्थान के विकास में निदेशक और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्यों के योगदान की सराहना की। बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष श्री अजय एस. श्रीराम ने स्नातक करने वाले छात्रों को उनके माता-पिता की उपस्थिति में एमबीए की डिग्री प्रदान की। इस दौरान सभी हिमाचल की पारम्परारिक हिमाचली टोपी पहने नज़र आये!

गलत साइड चलने पर रोका तो पुलिस से की बदसलूकी

पांवटा साहिब में होली मेला पर लोगो का हुजूम उमड़ रहा है! स्थानीय लोगो के साथ साथ बाहरी लोग भी रोज हजारो कि तायदाद में पांवटा साहिब में आ रहे है! स्थानीय प्रशासन को वयवस्था बनाये रखने में कड़ी मश्गत करनी पढ़ रही है! एसे में लोगो को चाहिये कि कानून व्यवस्था को बनाये रखने में पुलिस तथा प्रशासन का सहयोग करे परन्तु कुछ लोग यातायात का उलंघन कर रहे है! जिससे कि सडको पर जाम कि स्थिति पैदा हो जाती है! ऐसा ही एक मामला कल पांवटा साहिब के बांगरण चौक पर सामने आया है जहा एक स्कूटी सवार HP16 8044 बांगरण चौक से विश्वकर्मा चौक कि तरफ बिना हेलमेट पहने गलत दिशा में स्कूटी लेकर आ रहा था! वहा मोजूद ट्रैफिक ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों ने जब उसको रुकने के लिए कहा तो वह बिना रुके ही आगे बढ़ गया जिसके बाद पुलिस कर्मी ने स्कूटी कि फोटो ले ली! स्कूटी सवार आगे बीच रोड में स्कूटी खड़ीं कर फोटो लेने वाले पुलिस कर्मी से उलझने लगा तथा स्कूटी कि फोटो लेने पर आपति करने लगा! पुलिस द्वारा उसको समझाया कि आप रॉंग साइड से आ रहे हो और आपने हेलमेट भी नही पहना है और आपको रुकने के लिए भी कहा पर आप रुके नही! स्कूटी सवार से जब कागजाद मांगे गए तो वो कागजाद दिखने से मना करने लगा और अपनी अच्छी राजनैतिक पैंठ बताकर वहा मोजूद सभी पुलिस कर्मियों को ट्रांसफर करवाने कि धमकी देने लगा! तथा स्कूटी वही बीच सड़क पर खड़ी छोड़कर चला गया !

जिससे कि  चोक पर लम्बा जाम लग गया ! पुलिस ने स्कूटी को वहा से हटा कर बोंड करके उसका चालान कर दिया!  स्कूटी पर पहले भी 15,000/- के पुलिस चालान पेंडिंग है! स्कूटी चालक शराब का कारोबारी बताया जा रहा है!

प्रदेश में चल रही सारी राजनीतिक उथल-पुथल के लिए मुख्यमंत्री सुक्खू दोषी : जयराम ठाकुर

शिमला: भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा की हिमाचल प्रदेश में सारी राजनीतिक उथल-पुथल के लिए सिर्फ़ और सिर्फ़ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ही दोषी हैं। इसलिए वह बीजेपी को दोष न दें। बहुमत खोने से वह विचलित हैं और बौखला गयें हैं। उनकी राजनीतिक नाकामी और अपने ही पार्टी के लोगों के साथ भेदभाव करने के कारण प्रदेश की यह स्थिति उत्पन हुई है। आम आदमी से लेकर, कांग्रेस के नेता, पदाधिकारी, विधायक मंत्री सब सुक्खू सरकार की कारगुज़ारियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री अपने दरबारी राजनीतिक सिपाहियों से घिरे रहते हैं और विधायकों को अपमानित करते हुए विरोध की हर आवाज़ को अनसुना कर रहे थे। आज विधायक खुलेआम कह रहे है कि उनका छोटा से छोटा काम नहीं हो रहा था। उनकी फ़रियादें उनके सामने ही डस्टबिन में डाल दी जाती थी। मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश का होता है। इसलिए उसे अपने राजनीतिक विद्वेष से ऊपर उठकर काम करना चाहिए था। जयराम ने प्रदेश के अधिकारियों से निवेदन किया कि वह भी लक्ष्मण रेखा न लांघे। क़ानून के दायरे में अपना काम करें। इस सरकार के भविष्य के साथ अपना भविष्य न जोड़ें।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है पर वर्तमान कांग्रेस सरकार के राज में हिटलर भूमि बन गया है। पूरे प्रदेश में बदले की भावना के साथ कार्य हो रहा है। जब यह राजनीतिक परिस्थितियां मुख्यमंत्री की नाकामी और उनके तानाशाही रवैये के कारण हुई है तो राजनीतिक दबाव के चलते विधायकों और उनके परिवार के साथ ज़्यादती क्यों हो रही हैं? उन्हें प्रताड़ित क्यों किया जा रहा है? कांग्रेस के 6 विधायकों के घर के बाहर दीवार लगा दी जाती है। उनसे जुड़े नगर निगम के पार्षदों को निष्कासित कर दिया जाता है। विधायकों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जाता है। कांग्रेस के छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं को खंड स्तर पर भी सुक्खू का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। विधायकों के ख़िलाफ़ सरकार द्वारा सुनियोजित तरीक़े से प्रदर्शन प्रायोजित करवाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि वह क्या साबित करना चाहते हैं।

हिमाचल प्रदेश की पुलिस आज राजनीतिक दबाव में कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री अपने झूठ को सत्य में बदलने के लिए काम कर रहे और अपनी नाकामियों का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ना चाहते हैं। प्रदेश में विकास ठप है, मुख्यमंत्री दोनों हाथों से अपनी कुर्सी बचाने में मस्त हैं। हिमाचल में कांग्रेस सरकार बहुमत खो चुकी है। जिसके कारण मुख्यमंत्री विचलित हैं और बौखलाहट में भाजपा को जिम्मेदार ठहरने में लगे हैं। जब से कांग्रेस सत्ता में आई है तब से मुख्यमंत्री रोना रोने में व्यस्त हैं। पहले वित्तीय कुप्रबंधन का रोना फिर क़र्ज़ ना मिलने का रोना, आपदा में पैसे ना मिलने का रोना और अब विधायकों के फिसल जाने पर भी बीजेपी कोस रहे हैं। मुख्यमंत्री को आदत है रो कर जनता की सुहानुभूति पाना।

जब से सरकार बनी है कांग्रेस के विधायक, मंत्री, कार्यकर्ता, प्रदेश के पदाधिकारी सब असंतुष्ट ही हैं। अनेकों बार इनकी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने खुलेआम कहा है कि हमारे कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं है। विक्रमादित्य ने रोते हुए त्यागपत्र दे दिया। मंत्री कैबिनेट की बैठक से रोते हुए बाहर निकल रहे हैं और उप मुख्यमंत्री उन्हें खींचकर अंदर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि अपने क्षेत्र की विकास की आवाज उठाना गलत है। इन छह विधायकों ने अपने क्षेत्र की विकास की आवाज उठाई तो इनको दंडित किया गया। जब घुटन के माहौल में यह लोग रहे तब राज्यसभा चुनाव में इनका रोष सामने आया, उनकी पीड़ा पर मोहर लगी। मुख्यमंत्री को इस बता का जवाब देना चाहिए कि उनके विधायकों ने कांग्रेस के इलेक्शन एजेंट को दिखाकर बीजेपी प्रत्याशी को वोट दिया। यह सहज रूप से स्पष्ट करता है कि मुख्यमंत्री और सरकार के प्रति उनके मन में कितना रोष है। उनके नेता लगातार सरकार और संगठन के बीच तालमेल पर सवाल उठाते रहे। एक बार नहीं अनेकों बार लेकिन मुख्यमंत्री के द्वार उनके लिए हमेशा बंद रहे। मुख्यमंत्री को यह भी बताना चाहिए कि उन्होंने अपने ही विधायकों की आवाज़ को क्यों अनसुना किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंतरात्मा में विश्वास नहीं रखते हैं। विधायक कह रहे हैं की अंतरात्मा की आवाज पर उन्होंने हिमाचल के ‘हर्ष’ का साथ दिया तो भी मुख्यमंत्री उन पर अमर्यादित आरोप लगा कर उन्हें सत्ता के दुरुपयोग से परेशान कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने एक दिवसीय शिलाई दौरे पर,शिलाई विधानसभा में किये 110 करोड़ रुपए की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास..

शिलाई:-मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सिरमौर जिला के शिलाई विधानसभा क्षेत्र में लगभग 110 करोड़ रुपए की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए।

मुख्यमंत्री ने कमरऊ तहसील की ग्राम पंचायत कान्डो चियोग में 59.67 लाख रुपए लागत से निर्मित प्रवाह सिंचाई योजना सुइंगा बाग तथा 1.85 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित उठाऊ सिंचाई योजना कान्डो चियोग का लोकार्पण किया।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 15.90 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले सालवाला-सतौन मार्ग की आधारशिला रखी। उन्होंने उप तहसील रोनहाट में 69.60 लाख रुपए लागत से निर्मित होने वाले पशु चिकित्सालय तथा 15.02 लाख रुपए की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टटियाना में बरामदे सहित दो अतिरिक्त कमरों की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने 07 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले शिलाई नाया से कन्डी-सुंदराड़ी सड़क, 17.64 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले द्राबिल नैनीधार से हलां सड़क का शिलान्यास किया। उन्होंने 30.68 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले कफोटा-कोटी-कान्डो-चियोग से टौंस पुल तक सड़क के स्तरोन्यन कार्य की भी आधारशिला रखी। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 1.38 करोड़ रुपए की लागत से टिम्बी में निर्मित होने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन, नागरिक अस्पताल शिलाई में 19.36 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक सुविधा युक्त 100 बिस्तर वाले अस्पताल, ग्राम पंचायत शरली मानपुर में 2.95 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना गुड्डी तथा ग्राम पंचायत बांदली में 2.25 करोड़ रुपए की लागत से बागना बस्ती के लिए निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने सतौन में 06 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले राजीव गांधी आदर्श डे बोर्डिंग स्कूल तथा कफोटा में 3.79 करोड़ रुपए से लागत से निर्मित होने वाले 33 के.वी विद्युत उप केन्द्र का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने शिलाई में प्रदेश विद्युत बोर्ड का मण्डल कार्यालय खोलने, शिलाई में विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता का कार्यालय खोलने, कमरऊ तहसील में तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय स्थापित करने तथा जाखना में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोलने की घोषणा की। उन्होंने रोनहाट में खण्ड शिक्षा कार्यालय खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने कोटा-पाब तथा हलां में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और थोटां जाखल, उत्तरी तथा नाया पंजौर में स्वास्थ्य उपकेन्द्र खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने खुबयार में राजकीय माध्यमिक पाठशाला, गंगटोली में राजकीय उच्च पाठशाला, तालो बास में राजकीय प्राथमिक पाठशाला, ग्राम पंचायत कोड़गा के पनवार में राजकीय प्राथमिक पाठशाला, जखांडो में पशु औषधालय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शिलाई अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक भी उपलब्ध करवाएं जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बंबरार खड्ड पर पुल निर्मित करने, शिलाई खण्ड की 10 सड़कों के लिए 25 लाख रुपए प्रत्येक सड़क तथा मानल-कोडगा-सकानली मार्ग के लिए 24 करोड़ रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की। इसके अतिरिक्त रेणुका विधानसभा क्षेत्र के संगड़ाह में प्रदेश विद्युत बोर्ड का मण्डल कार्यालय तथा ददाहू में खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय खोलने और हरिपुरधार स्थित नागरिक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में स्तरोन्नत करने की घोषणा भी की। इस अवसर पर उद्योग, संसदीय कार्य तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान, प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष विनय कुमार, नाहन के विधायक अजय सोलंकी, पावंटा साहिब के पूर्व विधायक किरणेश जंग, विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की उम्मीदवार रहीं दयाल प्यारी, जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष आनन्द परमार, प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव अवनीत लाम्बा, खण्ड कांग्रेस समिति शिलाई के अध्यक्ष सीता राम शर्मा, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, अन्य गणमान्य व्यक्ति, उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा, अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में शिलाई निवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।

लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने 4 करोड़ की लागत से निर्मित संकट मोचन वाहन पार्किंग का किया उद्घाटन

हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज नगर निगम शिमला क्षेत्र के कच्चीघाटी वार्ड के तहत संकट मोचन हनुमान मंदिर में स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत लगभग 4 करोड़ की लागत से नवनिर्मित वाहन पार्किंग का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कच्ची घाटी एवं संकट मोचन मंदिर क्षेत्र के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के लोगों की काफी पुरानी मांग को पूरा करते हुए तथा संकट मोचन मंदिर में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की अधिक आवाजाही को देखते हुए एक भव्य वाहन पार्किंग की सख्त आवश्यकता थी, इसलिए इस पार्किंग को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत निर्मित किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह ने इस वाहन पार्किंग के निर्माण के लिए 2013 में शिलान्यास किया था लेकिन फॉरेस्ट क्लीयरेंस व अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करने में अधिक समय लगने के कारण निर्माण कार्य पूर्ण करने में थोड़ी देरी जरूर हुई है। उन्होंने कहा कि इस वाहन पार्किंग में 200 वाहन खड़ा करने की क्षमता होगी। इससे पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी वाहन पार्किंग की सुविधा मिलेगी।
विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ शिमला क्षेत्र के विकास के लिए भी भरसक प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम शिमला के सभी वार्डों में संतुलित व समान विकास सुनिश्चित करने के लिए एक रोड मैप तैयार कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से स्वीकृति लेकर उस पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास वर्तमान की आवश्यकता है लेकिन शिमला की खूबसूरती को भी बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है जिससे शिमला में पर्यटकों की आवाजाही को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि शिमला नगर निगम के सभी वार्डों में से चार वार्ड शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आते हैं, इन चार वार्ड के विकास के लिए उन्होंने पहले 6-6 लाख रुपए देने की घोषणा की थी जिसे उन्होंने बढ़ाकर 10-10 लाख रुपए करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्राम पंचायत बढ़ई की प्रधान द्वारा रखी गई सभी मांगों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संकट मोचन मंदिर के साथ एक बड़ा सामुदायिक भवन का निर्माण भी किया जाएगा और इसे भंडारा आदि की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य कार्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए संकट मोचन तथा बढ़ई गांव से होकर सर्कुलर रोड बनाने व पुराने रोड़ को चौड़ा करने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि शिमला शहर को पर्याप्त पेयजल मिले, इसके लिए प्रथम चरण में सुन्नी स्थित शकरोडी से 1200 करोड़ की लागत से निर्मित की जा रही उठाऊ पेयजल योजना का निर्माण कार्य जारी है और द्वितीय चरण में शिमला शहर के साथ-साथ शहर से सटे क्षेत्रों में भी पर्याप्त पेयजल मिले, इसके लिए कोलडेम से उठाऊ पेयजल योजना बनाई जाएगी जिस पर 800 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे जिसकी सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी है।
कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर मोनिका सूद ने लघु नाटकों पर आधारित बनी बुक कैबिनेट मंत्री को भेंट की।
इस अवसर पर महापौर नगर निगम शिमला सुरेंद्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल, नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री, एसडीएम शिमला ग्रामीण कविता ठाकुर, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दीपक राज चौहान, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा, कच्चीघाटी वार्ड पार्षद किरण शर्मा सहित नगर निगम के अन्य पार्षद उमंग बंगा, सिमी नंदा, उर्मिला कश्यप, दलीप थापा, शांता ठाकुर, मोनिका भारद्वाज, कुलदीप, जिला परिषद सदस्य संतोष शर्मा, बीडीसी सदस्य सीमा चौहान, स्थानीय ग्राम पंचायत बढई की प्रधान प्रियंका तंवर, उप-प्रधान अरुण, विभिन्न सुधार सभाओं के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के  अधिकारीगण, कांट्रेक्टर अनिल गुलेरिया, आसपास की पंचायतों से जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

अनियंत्रित ट्राले ने कुचला पुलिस जवान, मौक़े पर मौत!

पाँवटा साहिब के बातापुल के समीप एक अनियंत्रित ट्राले ने पुलिस लाइन मे तैनात एक पुलिस कर्मी को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस जवान थापलपुर का रहने वाला बताया जा रहा है जो कि पुलिस लाइन में तैनात था। आज नाहन की ओर से आ रहे एक अनियंत्रित ट्राले ने बाइक पर सवार पुलिस जवान अनिल कुमार को कुचल दिया जिससे उसकी मौका पर ही मौत हो गयी। आनन फानन में अनिल कुमार को हॉस्पिटल लाया गया किन्तु तब तक देर हो चुकी थी। बताया जा रहा है की अनिल कुमार ड्यूटी के लिये जा रहा था। पुलिस ने मौका— ए— वारदात पर पहुच कर कार्यवाही शुरू कर दी है। वाहन चालक समेत ट्राले को भी ज़ब्त कर लिया है। इस दुखद घटना के बाद शहर के लोग ट्राला चालको की लापरवाही से चिन्ताग्रस्त वह काफ़ी भयभीत हैं! लोगो को पुलिस का बड़े बड़े ट्रालो, बड़े वाहनो की लम्बी कतारो वह बस वालों के प्रति सौहार्दपूर्ण रवैया आम जन मानस के गले नही उतर रहा है जबकि इन ट्रालो पर ओवरलोड व ओवरस्पीड के मामले अक़्सर देखने को मिलते है! यही नहीं बस व रिक्शा वाले भी बीच सड़क पर सवारियो को उतारने व बिठाते है जिससे जाम तो लगता ही है साथ ही साथ बीच रोड पर सवारियो उतारने से दुर्घटना का भय भी बना रहता है!

हिमाचल की 18 से 60 साल तक कि महिलाओं को हर माह 1500 रुपये लेने के लिए फ़ॉर्म भर कर इसके पास करना होगा आवेदन!

हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंदर सुक्खू ने हिमाचल सरकार से सियासी संकट टलने के बाद प्रदेश की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह पेंशन देने की घोषणा कर दी है! लोकसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला CM ने यह ऐलान किया! सरकार 18 से 60 साल तक की पांच लाख से अधिक पात्र महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 से 1500-1500 रुपये हर माह देने को कैबिनेट में हरी झंडी दे दी है। योजना के तहत पात्र महिलाओं की जानकारी जुटाने के लिए सरकार ने फार्म भी जारी कर दिए हैं। महिलाओं को तहसील कल्याण अधिकारी के पास आवेदन करने होंगे। हिमाचल की मूल निवासी महिलाओं को ही योजना के तहत लाभ मिलेगा। तहसील कल्याण अधिकारी फार्म सत्यापित करेंगे। इसके बाद संबंधित विभाग की ओर से धनराशि जारी की जाएगी। प्रदेश की पात्र महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 से 1500-1500 रुपये हर माह देने का मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एलान किया है। सरकार 18 से 60 साल तक की पांच लाख से अधिक पात्र महिलाओं को योजना के तहत प्रतिमाह 1500-1500 रुपये देगी। 60 से अधिक उम्र की महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा पेंशन को पहले ही बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह किया गया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि फार्म के तहत बैंक या डाकघर में खोले गए खाते की जानकारी देने को कहा है। आधार नंबर, राशन कार्ड नंबर, बीपीएल परिवार, जातीय और अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित जानकारी भी देने को कहा गया है। परिवार में केंद्र या राज्य सरकार के कर्मचारी, पेंशनर, अनुबंध, आउटसोर्स, दैनिक वेतनभोगी, अंशकालिक वर्ग के कर्मचारी होने पर महिलाओं को योजना में शामिल नहीं किया जाएगा। इसके अलावा सेवारत या भूतपूर्व सैनिक व सैनिक विधवा, मानदेय प्राप्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका, आशा वर्कर, मिड डे मील, मल्टी टास्क वर्कर, सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थी, पंचायतीराज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों के कर्मचारी, केंद्र-राज्य सरकार के तहत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रम, बोर्ड, काउंसिल, एजेंसी में कार्यरत, पेंशनभोगी, वस्तु एवं सेवाकर के लिए पंजीकृत व्यक्ति तथा आयकरदाता के परिवार वाली महिलाओं को भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

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