इस अवसर पर उन्होंने कच्ची घाटी एवं संकट मोचन मंदिर क्षेत्र के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के लोगों की काफी पुरानी मांग को पूरा करते हुए तथा संकट मोचन मंदिर में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की अधिक आवाजाही को देखते हुए एक भव्य वाहन पार्किंग की सख्त आवश्यकता थी, इसलिए इस पार्किंग को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत निर्मित किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह ने इस वाहन पार्किंग के निर्माण के लिए 2013 में शिलान्यास किया था लेकिन फॉरेस्ट क्लीयरेंस व अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करने में अधिक समय लगने के कारण निर्माण कार्य पूर्ण करने में थोड़ी देरी जरूर हुई है। उन्होंने कहा कि इस वाहन पार्किंग में 200 वाहन खड़ा करने की क्षमता होगी। इससे पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी वाहन पार्किंग की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि शिमला शहर को पर्याप्त पेयजल मिले, इसके लिए प्रथम चरण में सुन्नी स्थित शकरोडी से 1200 करोड़ की लागत से निर्मित की जा रही उठाऊ पेयजल योजना का निर्माण कार्य जारी है और द्वितीय चरण में शिमला शहर के साथ-साथ शहर से सटे क्षेत्रों में भी पर्याप्त पेयजल मिले, इसके लिए कोलडेम से उठाऊ पेयजल योजना बनाई जाएगी जिस पर 800 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे जिसकी सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी है।
कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर मोनिका सूद ने लघु नाटकों पर आधारित बनी बुक कैबिनेट मंत्री को भेंट की।
इस अवसर पर महापौर नगर निगम शिमला सुरेंद्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल, नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री, एसडीएम शिमला ग्रामीण कविता ठाकुर, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दीपक राज चौहान, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा, कच्चीघाटी वार्ड पार्षद किरण शर्मा सहित नगर निगम के अन्य पार्षद उमंग बंगा, सिमी नंदा, उर्मिला कश्यप, दलीप थापा, शांता ठाकुर, मोनिका भारद्वाज, कुलदीप, जिला परिषद सदस्य संतोष शर्मा, बीडीसी सदस्य सीमा चौहान, स्थानीय ग्राम पंचायत बढई की प्रधान प्रियंका तंवर, उप-प्रधान अरुण, विभिन्न सुधार सभाओं के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, कांट्रेक्टर अनिल गुलेरिया, आसपास की पंचायतों से जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।





