Thursday, December 25, 2025
Home Blog

सरकार को मायनिंग से करोडो का राजस्व देने वाले कमरऊ का अस्पताल वर्षों से उपेक्षा का शिकार

पाँवटा साहिब 18 दिसंबर (न्यूज़डे नेटवर्क ): शिलाई विधानसभा क्षेत्र के कमरऊ का सरकारी अस्पताल लंबे समय से बदहाल स्थिति में है, जिससे क्षेत्र के लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि यह अस्पताल पिछले 20–25 वर्षों से लगातार उपेक्षा का शिकार रहा है और इसकी हालत में कोई ठोस सुधार नहीं हो पाया है। अस्पताल की मौजूदा स्थिति देखकर यह किसी उपचार केंद्र से अधिक एक उपेक्षित भवन जैसा प्रतीत होता है।

स्थानीय लोगों के अनुसार अस्पताल में मरीजों के लिए बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। साफ-सफाई, बैठने की व्यवस्था, शौचालय और पेयजल जैसी आवश्यक सुविधाएँ बेहद दयनीय स्थिति में हैं। इलाज के नाम पर वर्षों से केवल सेंट्राजिन और पैरासिटामोल देकर औपचारिकता पूरी की जा रही है। गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को बिना समुचित जांच के ही अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियमित तैनाती नहीं है। आवश्यक जांच सुविधाओं और दवाइयों के अभाव में मरीजों को नाहन, पांवटा साहिब या अन्य दूरस्थ शहरों का रुख करना पड़ता है, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता है।यह समस्या केवल कमरऊ तक सीमित नहीं है, बल्कि इस स्वास्थ्य केंद्र से कम से कम 7–8 पंचायतें जुड़ी हुई हैं, जिनकी हजारों की आबादी अपनी स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए इसी अस्पताल पर निर्भर है। इसके बावजूद सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लंबे समय से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है।

गांव के निवासी राकेश, अमित, रमन और अनुज, संदीप ने बताया कि सरकार को कमरऊ गाँव की मायनिंग से करोडो का राजस्व मिलता है बावजूद इसके वर्षों से नेताओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा अस्पताल व अन्य सुविधाओ को लेकर केवल आश्वासन दिए जाते रहे हैं। चुनावों के समय इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाता है, लेकिन चुनाव समाप्त होते ही इसे भुला दिया जाता है। इससे जनता में निराशा और असंतोष लगातार बढ़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी गांव के विकास की बुनियाद स्वास्थ्य और शिक्षा होती है। यदि इन दोनों क्षेत्रों में सुधार नहीं किया गया, तो विकास के सभी दावे खोखले साबित होंगे। उन्होंने लोगों से राजनीति से ऊपर उठकर गांव के मूल मुद्दों पर एकजुट होने की अपील की है। स्थानीय लोगों की मांग है कि कमरऊ अस्पताल में शीघ्र डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियमित तैनाती की जाए, पर्याप्त दवाइयाँ उपलब्ध कराई जाएँ, प्राथमिक जांच सुविधाएँ शुरू की जाएँ तथा अस्पताल भवन की मरम्मत कर मरीजों के लिए आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे प्रशासन के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन करने को मजबूर होंगे। फिलहाल कमरऊ अस्पताल की स्थिति ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

बीएमओ राजपुर का बयान 

बीएमओ राजपुर केएल भगत ने बताया है की दवाइयों की सप्लाई नियमित रूप से जा रही है दवाइयों की कोई क़िल्लत नहीं होनी चाहिए और वहाँ पर तैनात फार्माशिस्ट भी उसी गांव का है फिर भी यदि ग्रामीणों को इस तरह की समस्या आ रही है तो में ख़ुद जाकर जाँच करूँगा जर्ज़र पड़े भवन के विषय मे उन्होंने बताया कि नए भवन के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सरकार से पैसा भी मिल गया है जल्द ही ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा !

पाँवटा साहिब कुल्हाल बेरियल पर पुलिस का व्यापक तलाशी अभियान

पाँवटा साहिब, 18 दिसंबर (न्यूज़डे नेटवर्क) : हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड अंतर्राज्यीय सीमा पर पाँवटा साहिब स्थित कुल्हाल बेरियल पर विकासनगर पुलिस द्वारा एक व्यापक चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य अपराध की रोकथाम करना तथा नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। चेकिंग के दौरान पुलिस ने लगभग 180 वाहनों और करीब 400 व्यक्तियों की तलाशी ली। हालांकि इस दौरान कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई, लेकिन यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 22 वाहनों के चालान काटे गए। इसके अलावा 7 वाहनों को सीज किया गया तथा 10 वाहनों के चालान माननीय न्यायालय को भेजे गए। यह कार्रवाई मुख्य रूप से नंबर प्लेट में अनियमितता, शीशों पर काली फिल्म, मॉडिफाइड साइलेंसर और तेज व लापरवाही से वाहन चलाने वालों के खिलाफ की गई। थाना प्रभारी विकास नगर विनोद गोसाई ने बताया कि इस प्रकार के चेकिंग अभियान आगे भी लगातार जारी रहेंगे, ताकि अपराधी तत्वों में भय बना रहे और नागरिकों में सुरक्षा की भावना मजबूत हो।

जगाधरी-पांवटा साहिब रेल लाइन परियोजना पर लगा ग्रहण, कम ट्रैफिक के चलते निर्माण से केंद्र का इनकार

पांवटा साहिब/नई दिल्ली, 17 दिसंबर: जगाधरी और पांवटा साहिब के बीच प्रस्तावित नई रेल लाइन के माध्यम से औद्योगिक और धार्मिक पर्यटन के विस्तार का सपना देख रहे क्षेत्र के लोगों को केंद्र सरकार से बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा में सांसद सुश्री इंदु बाला गोस्वामी द्वारा उठाए गए एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल इस परियोजना के निर्माण कार्य को शुरू करने की कोई योजना नहीं है।

सर्वे पूरा, पर ट्रैफिक का आकलन पड़ा कम

रेल मंत्री ने सदन को सूचित किया कि जगाधरी से पांवटा साहिब के बीच 62 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाने के लिए आवश्यक तकनीकी और रणनीतिक सर्वे का कार्य रेलवे द्वारा पूरा कर लिया गया है। हालांकि, सर्वे की रिपोर्ट में इस रूट पर ट्रैफिक का आकलन (Traffic Projection) काफी कम पाया गया है। मंत्री के अनुसार, वर्तमान परिस्थितियों में इस रेल लाइन पर यात्रियों और माल ढुलाई की संभावना उतनी नहीं है, जो परियोजना को वित्तीय रूप से व्यावहारिक बना सके।

किन मानकों पर रुकती है रेल परियोजना?

अश्विनी वैष्णव ने सदन में रेलवे की नीति स्पष्ट करते हुए बताया कि किसी भी नई रेल परियोजना की मंजूरी केवल सर्वे के आधार पर नहीं, बल्कि कई कड़े मानकों के आधार पर दी जाती है। इसमें मुख्य रूप से: रूट की आर्थिक लाभप्रदता (Profitability): परियोजना से होने वाली आय और लागत का अनुपात। ट्रैफिक का घनत्व: भविष्य में यात्रियों और व्यापारिक माल की आवाजाही की संभावना। मौजूदा लाइनों पर दबाव: क्या नया रूट पुरानी भीड़भाड़ वाली लाइनों का बोझ कम करेगा। रेलवे की अपनी जरूरतें: सामरिक और परिचालन की दृष्टि से रूट का महत्व।

औद्योगिक और धार्मिक पर्यटन को लगती उम्मीदें

विदित रहे कि पांवटा साहिब एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र होने के साथ-साथ सिखों का पवित्र धार्मिक स्थल भी है। स्थानीय लोग और उद्यमी लंबे समय से इस रेल लाइन की मांग कर रहे थे ताकि क्षेत्र का सीधा जुड़ाव देश के अन्य हिस्सों से हो सके। सर्वे पूरा होने के बाद निर्माण कार्य न शुरू होने की खबर ने क्षेत्र की उम्मीदों पर फिलहाल पानी फेर दिया है।

पांवटा साहिब से दिल्ली के लिए रात 9:00 बजे से वॉल्वो बस सेवा की शुरुआत

पांवटा साहिब, 1 दिसम्बर (न्यूज़डे नेटवर्क):क्षेत्र के यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पांवटा साहिब से दिल्ली के लिए वॉल्वो बस सेवा की शुरुआत कर दी गई है। यह बस प्रतिदिन रात 9:00 बजे पांवटा साहिब से रवाना होकर निर्धारित मार्ग से होते हुए यमुनानगर पहुंचेगी तथा तदुपरांत सुबह लगभग 3:30 बजे दिल्ली पहुंच जाएगी।

वापसी में यह वॉल्वो बस दिल्ली से सुबह 10:30 बजे पांवटा साहिब के लिए प्रस्थान करेगी और दोपहर 4:40 बजे पांवटा साहिब पहुंचेगी। अड्डा प्रभारी राजेंद्र सिंह धीमान ने बताया बस का एक तरफ़ का किराया 717 रुपये निर्धारित किया गया है। इस नई वॉल्वो सेवा के शुरू होने से पांवटा साहिब व आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को दिल्ली आने-जाने में बेहतर, सुरक्षित और आरामदायक सुविधा उपलब्ध होगी।

चूड़धार यात्रा आगामी आदेशों तक बंद, उप-मंडलाधिकारी चौपाल ने जारी की महत्वपूर्ण सूचना

उप-मंडलाधिकारी (ना.) चौपाल एवं अध्यक्ष, चूड़धार मंदिर प्रबंधन समिति ने सूचित किया है कि प्रदेश के प्रसिद्ध चूड़धार मंदिर को हर वर्ष की तरह इस बार भी शीतकालीन मौसम के लिए बंद किया जा रहा है। आदेशानुसार 1 दिसंबर 2025 से आगामी अप्रैल माह तक मंदिर श्रद्धालुओं के लिए पूर्णतः बंद रहेगा। प्रशासन ने बताया कि इस अवधि में क्षेत्र में भारी हिमपात, अत्यधिक ठंड तथा पगडंडियों पर फिसलन के कारण यात्रा मार्ग अत्यंत खतरनाक हो जाता है। पिछले वर्षों में कई बार यात्रियों को बर्फबारी के दौरान फंसने और अन्य दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा है, जिसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

 

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बंदी अवधि में मंदिर की ओर यात्रा करने का प्रयास करने वालों पर नियमों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और जनहित में यह प्रतिबंध आवश्यक है। प्रबंधन समिति ने श्रद्धालुओं व पर्यटकों से अपील की है कि वे प्रशासनिक आदेशों का पालन करें तथा मौसम में सुधार होने और मंदिर के कपाट खुलने तक चूड़धार यात्रा से पूर्णतः परहेज करें

सड़क सुविधा से वंचित गाभर गांव, पलायन से सुनसान हो चुकी कभी आबाद रही बस्ती ! 101 वर्षीय बुजुर्ग मोही राम अब भी देख रहे है सड़क की राह

पांवटा साहिब, 22 नवंबर (न्यूज़डे नेटवर्क): शिलाई विधानसभा क्षेत्र की कमराऊ तहसील में स्थित भजोंन पंचायत का गाभर गाँव आजादी के 77 वर्ष बाद भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है। गाँव तक पहुँचने के लिए मात्र दो से तीन फ़ीट चौड़ा कच्चा रास्ता ही उपलब्ध है, जिसके सहारे ग्रामीणों को आवाजाही करनी पड़ती है। सड़क की इस बदहाल स्थिति ने धीरे-धीरे पूरे गाँव को उजाड़ने का काम किया। कभी 28 घरों और लगभग 250 की आबादी वाले इस गाँव में आज केवल 4 घर और कुल 25 लोग ही बचे हैं, जबकि बाकी सभी बेहतर सुविधाओं की तलाश में वर्षों पहले पलायन कर चुके हैं।

101 वर्षीय बुजुर्ग मोही राम अब भी देख रहे है सड़क की राह

आज भी गाँव में डटे हुए परिवारों में दलीप सिंह पुंडीर, राजेश पुंडीर, सुरेश पुंडीर, इन्द्र सिंह पुंडीर सहित लगभग 101 वर्षीय बुजुर्ग मोहिराम पुंडीर शामिल हैं। बंदूक लाइसेंस के अनुसार उनका जन्म 1924 में दर्ज है। वे बताते हैं कि सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के अभाव के कारण अधिकांश ग्रामीण गाँव छोड़ने को मजबूर हुए, लेकिन उनका अपनी मिट्टी से जुड़ाव उन्हें आज भी यहीं रोके हुए है। मोहिराम पुंडीर भावुक होते हुए कहते हैं, “मैंने जीवन के सौ से अधिक वर्ष यहीं बिताए हैं। बस एक ही इच्छा है कि अपने जीते-जी अपने गाँव में गाड़ी आती हुई देख सकूँ। स्वास्थ्य समस्या आने पर सड़क तक पहुँचना हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती बन जाता है।

स्थानीय निवासी दलीप सिंह पुंडीर बताते हैं कि सड़क न होने के कारण गाँव आजादी के बाद से ही विकास से कटकर रह गया। उनके अनुसार, “सरकारी तंत्र कभी इस गाँव में नहीं आया। हमने तो यह समझना ही छोड़ दिया है कि आजादी का लाभ सभी तक पहुँचता है। हम मजबूरी में यहाँ रह रहे हैं, वरना पलायन ही एकमात्र विकल्प रह जाता है ”गाँव की जमीन बेहद उपजाऊ है और यहाँ अदरक व लहसुन की उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली फसल होती है, लेकिन बाजार तक पहुँच न होने के चलते किसान समय पर उपज बेच नहीं पाते और भारी आर्थिक नुकसान उठाते हैं। दलीप पुंडीर बताते हैं कि सतोन–रेणुकाजी मार्ग से काटली से गाभर तक लगभग 3 किलोमीटर सड़क बननी है, जिसमें करीब 2 किलोमीटर हिस्सा वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है। यही इस सड़क निर्माण में मुख्य बाधा है।

सिकुड़कर केवल 2 से 3 फ़ीट रह गया है मुख्य मार्ग

साल 2002-03 में वन विभाग ने सूखे पेड़ों की निकासी हेतु 5 फ़ीट चौड़ा बैलगाड़ी मार्ग बनाया था, परंतु आज यह सिकुड़कर केवल 2 से 3 फ़ीट रह गया है। ग्रामीणों ने इसे चौड़ा करने के लिए डीएफओ रेणुकाजी से अनुमति भी मांगी थी। विभाग ने हाथ से मलबा हटाने की इजाजत तो दी, लेकिन मशीनों के उपयोग की अनुमति न मिलने के कारण मार्ग में सुधार संभव नहीं हो सका। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का हाल भी यहाँ चिंताजनक है। गाँव का प्राथमिक स्कूल 2003 में बंद हो गया था, जिसके बाद बच्चों को प्रतिदिन डेढ़ घंटे पैदल चलकर कोड़गा या मानल स्कूल जाना पड़ता है। स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में बीमार मरीजों को चारपाई पर डालकर 3 किलोमीटर दूर सड़क तक ले जाना पड़ता है।

क्या कहते है अधिकारी 

पीडब्ल्यूडी सतोन के एसडीओ योगेश शर्मा ने बताया कि गाभर सड़क की 4.5 किलोमीटर लंबी डीपीआर तैयार कर भेजी जा चुकी है। क्योंकि प्रस्तावित मार्ग का 2.9 हेक्टेयर क्षेत्र वन विभाग के अधीन है, इसलिए फाइल डीएफओ रेणुकाजी के पास अनुमोदन हेतु भेजी गई है। स्वीकृति मिलते ही आगे की कार्यवाही शुरू की जाएगी।

गाँव के लोग अब भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार उनकी व्यथा सुनेगी और एक दिन सड़क बनकर गाभर गाँव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ देगी।

पांवटा साहिब : दवाइयों की जालसाजी का भंडाफोड़: दानिश लैब का मालिक गिरफ्तार, SIT की बड़ी कार्रवाई

पांवटा साहिब, 15 नवम्बर (न्यूज़डे नेटवर्क) :-
पुलिस थाना पुरुवाला में दर्ज दवाइयों की जालसाजी के गंभीर मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। Trade Marks Act 1999 तथा जालसाजी की धाराओं के अंतर्गत दर्ज इस अभियोग में M/S Danish Lab, हरियाणा पर नकली दवाइयाँ तैयार कर SVR Healthcare के नाम से आपूर्ति करने का संगीन आरोप है। शिकायतकर्ता नितिन गुप्ता, पार्टनर—SVR Healthcare ने आरोप लगाया कि Danish Lab ने Amoxycillin Trihydrate Dispersible Tablets IP 250 mg और Cefixime Tablets IP 200 mg को SVR Healthcare के लाइसेंस व बैच नंबरों को नकल करके वर्ष 2024 में CMO लद्दाख को भेजा था। लद्दाख में ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा जब्त दवाओं की जांच में यह दवाएँ गुणवत्ता मानकों पर असफल पाई गईं।

एसपी सिरमौर ने बनाई SIT, अम्बाला में की ताबड़तोड़ छापेमारी

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सिरमौर ने तुरंत उप-मंडल पुलिस अधिकारी, पांवटा साहिब की अगुवाई में विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। जांच को आगे बढ़ाते हुए SIT की एक टीम 14 नवम्बर को अम्बाला पहुँची, जहाँ ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर हेमन्त ग्रोवर की उपस्थिति में M/S Danish Lab का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान लैब में कई गंभीर अनियमितताएँ और संदिग्ध गतिविधियाँ पाई गईं, जिससे जालसाजी के आरोप और मजबूत हुए।

लैब मालिक अनिकेत गिरफ्तार, आज अदालत में पेश

अनियमितताएँ स्पष्ट होने पर लैब के मालिक अनिकेत को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को आज 15 नवम्बर को माननीय अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस के अनुसार मामले में अन्य लोगों की भूमिका भी सामने आ सकती है।

सभी दोषी सलाखों के पीछे भेजे जाएंगे:- एसपी सिरमौर 

पुलिस अधीक्षक सिरमौर ने कहा कि दवाइयों की जालसाजी जन-स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है और ऐसे अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। SIT इस पूरे नेटवर्क की कड़ियाँ खंगाल रही है और जल्द ही सभी संलिप्त आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।

एसडीएम शिलाई ने बल्ला उठा कर युवाओं को किया खेल के प्रति प्रेरित

पाँवटा साहिब, 14 नवंबर (न्यूज़डे नेटवर्क) : शिलाई पंचायत मैदान में आयोजित 45वीं हिमालयन यूथ एंड कल्चरल क्लब शिलाई क्रिकेट प्रतियोगिता में आज एसडीएम इलेवन और ठेंड़ाऊ इलेवन के बीच मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच खेला गया। खेलों के प्रति युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित इस मुकाबले में ठेंड़ाऊ इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया।

ठेंड़ाऊ इलेवन ने निर्धारित 6 ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए 98 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में एसडीएम इलेवन निर्धारित ओवरों में 2 विकेट खोकर 58 रन ही बना सकी। टीम के कप्तान एवं एसडीएम शिलाई जसपाल सिंह ने 9 गेंदों में 8 रन जबकि तपेंद्र ने 11 गेंदों में 20 रन का योगदान दिया।

प्रतियोगिता 14 नवंबर से 21 नवंबर तक पंचायत मैदान शिलाई में आयोजित की जा रही है। इसमें ग्रामीण स्तर की टीमें आईपीएल तर्ज पर हिस्सा ले रही हैं, जिनमें 7 स्थानीय खिलाड़ी और 4 बाहरी खिलाड़ियों को शामिल करने की अनुमति है। विजेता टीम को एक लाख एकावन हज़ार रुपए और ट्रॉफी, उपविजेता टीम को 71 हज़ार रुपए और ट्रॉफ़ी दी जाएगी!

एसडीएम शिलाई ने आयोजकों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ये क्लब पिछले 45 सालों से लगातार खेल के शेत्र में बेहतरीन काम कर रहा है और ये जो नशा रूपी दीमक आज के युवा पीढ़ी पर हावी है उसको दूर करने का खेल ही एक पहलू हैं और “खेलों को खेलने की कोई उम्र नहीं होती। युवाओं को नशे से दूर रहकर खेलों में भाग लेना चाहिए, इससे स्वस्थ तन और मन का विकास होता है।

पांवटा साहिब में दर्दनाक सड़क हादसा: ट्रक ने बाइक सवार को कुचला, ग्रामीणों ने कि पुलिस के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी

पांवटा साहिब (न्यूज़डे नेटवर्क): पांवटा साहिब-बांगरन रोड पर स्थित शिवपुर में आज रात एक सड़क हादसे में एक ट्रक ने बाइक सवार को कुचल दिया। हादसा इतना दर्दनाक था कि बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक चालक टक्कर मारने के बाद वाहन को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन करीब दो घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।

पुलिस की देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों में भारी रोष फैल गया। गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया और शव को सड़क पर रखकर “पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए। देर रात तक लोग मौके पर धरने पर बैठे रहे, जिससे माहौल तनावपूर्ण बना रहा।

घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की और पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

ट्राले ने खोया नियंत्रण, कॉम्प्लेक्स के बाहर 11 हज़ार के॰वी की लाइन से टकराया

पाँवटा साहिब, 9 नवंबर (न्यूज़डे नेटवर्क) : रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे गुरु नानक मिशन स्कूल के पास एक ट्राला अनियंत्रित होकर कॉम्प्लेक्स के सामने लगे ग्यारा हज़ार केवी लाइन के बिजली पोल से टकरा गया। हादसे से आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि रविवार का अवकाश होने के कारण स्कूल बंद था और सड़क पर भी भीड़ कम थी, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। कॉम्प्लेक्स मालिक सरदार सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यह हादसा सुबह लगभग साढ़े सात बजे हुआ, जबकि नियमों के अनुसार भारी वाहनों को रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक ही चलने की अनुमति है। उन्होंने सवाल उठाया कि यह ट्राला अनुमति समय के बाद सड़क पर कैसे चल रहा था? सरदार सुरेंद्र सिंह ने बताया कि ट्राले की टक्कर से उनके कॉम्प्लेक्स के आगे लगी टाइलें और नाली पूरी तरह टूट गई हैं। उन्होंने कहा,अगर आज स्कूल की छुट्टी न होती तो यहां लाशों के ढेर लग जाते, और इसकी जिम्मेदारी कौन लेता?उन्होंने ट्राला मालिक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की बात भी कही। समाजसेवी नाथू राम भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे लगातार हो रहे हैं लेकिन प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। उन्होंने ट्राला संचालकों और प्रशासन के बीच मिलीभगत होने की भी बात कही और सवाल उठाया कि यही कारण है कि अधिकारी यहाँ से ट्रांसफर होकर जाना नहीं चाहते हैं ! बिजली विभाग को हुए नुकसान के बारे में बात करते हुए एसडीओ गुरुदत्त चौहान ने बताया कि आज रविवार को अवकाश होने के चलते नुकसान का आकलन अभी नहीं हो सका है। सोमवार को मौके पर जाकर नुक़सान का जायजा लिया जाएगा और रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि ट्राला मालिक बिजली विभाग के नुकसान की भरपाई करने को तैयार है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल किसी की लिखित शिकायत नहीं मिली है।यदि शिकायत मिलती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल, पांवटा साहिब में भक्ति, सेवा और उत्साह के साथ मनाया गया गुरुपर्व

पांवटा साहिब, 8 नवंबर (न्यूज़डे नेटवर्क) : गुरु नानक देव जी के पवित्र प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल, पांवटा साहिब में आज श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ विशेष धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर गुरु-वाणी की मधुर ध्वनियों और “सत नाम श्री वाहेगुरु” के जयकारों से गूंज उठा।

कार्यक्रम की शुरुआत 6 नवंबर 2025 को अखंड पाठ साहिब के आरंभ से हुई, जिसने पूरे विद्यालय वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। आज 8 नवंबर को भोग समारोह बड़ी श्रद्धा और निष्ठा के साथ संपन्न हुआ। भोग के उपरांत स. परमजीत सिंह जी द्वारा गुरु कथा का सुंदर प्रवचन किया गया, जिसमें उन्होंने गुरु नानक देव जी के जीवन, शिक्षाओं और मानवता के प्रति उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने संसार को सत्य, करुणा, समानता और निस्वार्थ सेवा का संदेश दिया, जो आज भी समाज के लिए मार्गदर्शक है।

इसके बाद विद्यालय के विद्यार्थियों ने भावपूर्ण शबद-कीर्तन प्रस्तुत किया, जिसमें “नाम जपो, किरत करो, वंड छको” के संदेश को गीतों और संगीत के माध्यम से खूबसूरती से अभिव्यक्त किया गया। बच्चों की इन प्रस्तुतियों ने उपस्थित संगत का मन मोह लिया।कार्यक्रम के उपरांत गुरु का लंगर आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों, प्रबंधन समिति के सदस्यों व श्रद्धालुओं ने प्रेमपूर्वक भाग लिया। लंगर में सेवा भावना का अद्भुत दृश्य देखने को मिला बच्चे स्वयं थालियाँ परोसते, साफ़-सफ़ाई करते और संगत की सेवा में जुटे रहे।

विद्यालय के निदेशक गुरजीत सिंह और प्रधानाचार्या गुरविंदर कौर चावला ने इस अवसर पर सभी को गुरुपर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाएँ आज के युग में अत्यंत प्रासंगिक हैं और हमें उनके बताए मार्ग पर चलते हुए जीवन में सत्य, समानता और मानवता के आदर्शों को अपनाना चाहिए। प्रधानाचार्या ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज के प्रति दायित्व निभाना और दूसरों की सेवा में योगदान देना है। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों की सराहना की।

पूरे आयोजन के दौरान विद्यालय परिसर में गुरु-वाणी का मधुर पाठ, सेवा भावना और भक्ति का वातावरण बना रहा। संगत ने गुरु महाराज से समस्त मानवता की शांति, एकता और कल्याण की प्रार्थना की।

पांवटा साहिब पुलिस प्रशासन में कानूनी गतिरोध, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर को हाई कोर्ट से राहत

पांवटा साहिब,7 नवम्बर (न्यूज़डे नेटवर्क): सिरमौर जिले के पांवटा साहिब पुलिस प्रशासन में इस समय बड़ा कानूनी और प्रशासनिक गतिरोध उत्पन्न हो गया है। राज्य सरकार द्वारा हाल ही में स्थानांतरित किए गए डीएसपी पांवटा मानवेंद्र ठाकुर को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उन्होंने हाईकोर्ट में न्याय की गुहार लगाई थी जिसके बाद कोर्ट ने उनके तबादला आदेशों पर स्थगन (Stay Order) जारी कर दिया है। इस न्यायिक हस्तक्षेप के चलते, सरकार द्वारा पांवटा साहिब के लिए नियुक्त किए गए नए डीएसपी विजय रघुवंशी की ज्वाइनिंग पर फिलहाल रोक लग गई है।

सूत्रों के अनुसार, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर ने अपने बार-बार किए जा रहे ‘शॉर्ट स्टे’ तबादलों के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने अपने पिछले रिकॉड को आधार बनाकर कहा कि सरकार ने उन्हें एक वर्ष की अवधि पूरी होने से पहले ही चार बार स्थानांतरित किया है, जो सेवा नियमों के विपरीत है।डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने अंतरिम राहत देते हुए तबादला आदेशों पर रोक लगा दी है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 21 नवम्बर को होगी। तब तक पांवटा साहिब में डीएसपी पद की स्थिति असमंजस में बनी रहेगी।

एसपी सिरमौर ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर को कोर्ट से स्टे मिला है और कोर्ट के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

error: Newsday Network Content is protected !! Plz Subscribe Newsday Network Website First