पांवटा साहिब, 19 अक्टूबर (न्यूज़डे नेटवर्क): पांवटा साहिब में बेलगाम होते जा रहे ट्रालों के आतंक से लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। आए दिन स्थानीय निवासी और सामाजिक संगठन इनकी शिकायतें पांवटा पुलिस से लेकर एसपी सिरमौर तक करते रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद ट्राले बेखौफ होकर शहर की सड़कों पर दौड़ रहे हैं। ये ट्राले न केवल ओवरलोड होकर चलते हैं, बल्कि बहुत से बिना नंबर प्लेट के भी रिहायशी इलाकों में प्रवेश करते हैं। आज बेड़ेवाला के समीप एक बिना नंबर वाला ट्राला एक घर के बाहर खड़े पेड़ से टकरा गया। गनीमत रही कि घर के सामने पेड़ था, अन्यथा यह ट्राला सीधे घर में घुस सकता था और बड़ा हादसा हो सकता था। सुबह घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्राले का चालान किया। हालांकि सवाल यह उठता है कि अगर इन बिना नंबर ट्रालों से कोई अनहोनी हो जाती है, तो उसकी पहचान कैसे होती?
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस कभी-कभार ही इन ट्रालों के चालान काटती है। नियमों के अनुसार, ट्रालों को रात 9 बजे के बाद ही शहर में प्रवेश की अनुमति है, लेकिन निर्धारित समय से पहले ही ये ट्राले शहर में दाखिल हो जाते हैं। इससे बाता पुल और भूपुर क्षेत्र में आए दिन जाम की स्थिति बन जाती है। लोगों का आरोप है कि रात के समय जब ट्रालों के चलने का समय होता है, उस वक्त शहर के प्रमुख चौराहों पर कोई पुलिस कर्मी तैनात नहीं होता। ऐसे में लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इन बेलगाम ट्रालों पर सख्त कार्रवाई की जाए और शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए ताकि किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।


