न्यूज़डे नेटवर्क/पांवटा साहिब:- सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में मंगलवार को एक नवजात की दुखद मौत का मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक मौत का कारण नवजात की सांस की नली में दूध का चला जाना बताया जा रहा है। इस मामले में अस्पताल में तैनात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ आसिफ कुरेशी ने बताया कि परिजनों के मुताबिक 24 अगस्त को महिला ने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया था। सोमवार को परिजन बच्चे को इंजेक्शन लगवाने के लिए सिविल अस्पताल लाए थे, लेकिन डिलीवरी के 72 घंटों तक जच्चा-बच्चा को दाखिल कर अंडर आब्जर्वेशन रखा जाता है। लिहाजा इस जच्चा-बच्चा को भी इस वजह से ही अस्पताल में दाखिल किया गया था। इसी बीच दुखद बात यह रही कि आज 26 अगस्त को नवजात को दूध पिलाते वक्त दूध उसकी सांस की नली में चला गया, जिसके कारण उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई। लिहाजा उसे मेडिकल कॉलेज नाहन के लिए रेफर किया गया परंतु बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया! हालाकि परिजनों ने कुछ मीडिया चैनल के माध्यम से डॉक्टरो पर लापरवाही बरतने वह गलत इंजेक्शन लगाने के आरोप लगाए है परंतु परिजनों द्वारा पुलिस को किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने बारे कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है और परिजनों ने बच्चे का पोस्टमाटम करवाने से भी इनकार कर दिया है।
वहीं अस्पताल के प्रभारी डॉ. सुधी गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को 6 नवजात शिशुओं को बी.सी.जी. इंजेक्शन हेल्थ सुपरवाइजर की देखरेख में लगाए गए। यदि इंजेक्शन से कोई समस्या होती तो और बच्चों को परेशानी हो सकती थी। उन्होंने बताया कि सांस की नली में दूध चले जाने के बाद तुरंत शिशु रोग विशेषज्ञ ने नवजात को प्राथमिक उपचार देते हुए वेंटीलेटर आवश्यकता के कारण उसे मेडिकल कॉलेज नाहन रेफर किया गया था, लेकिन नवजात ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। नवजात की मौत का सभी को दुख है।