आज का मैच जिसने नही देखा वो क्रिकेट की अनिश्चितता और खूबसूरती देखने से यकीनन चूक गया! विश्वकप 2023 के खेले जा रहें 39वे मैच में आज मुंबई के वानखेड़ें स्टेडियम में अफगानिस्तान द्वारा दिये 293 रन के विशालकाय स्कोर का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम के 7 बल्लेबाज एक समय पर महज 91 रन पर पवेलियन लौट चुके थे!
भारत मे भारतीय दर्शकों के सामने उनकी फेवरेट टीमो में से एक अफगानिस्तान के ऑस्ट्रेलिया जैसी ताकतवर टीम के खिलाफ ऐसा उम्दा प्रदर्शन दर्शकों को अफगानिस्तान के पक्ष में चीयर करने के लिए मजबूर कर रहा था! ऑस्ट्रेलिया की हार सुनिश्चित थी दर्शक ही नही कॉमेंटेटर सहित ऑस्ट्रेलियन टीम के ड्रेसिंग रूम में भी मौजूद खिलाड़ियों के उतरे चेहरे बता रहे थे कि अफगानिस्तान के हाथों ऑस्ट्रेलिया की हार अब लगभग लिख दी जा चुकी है! पर एक आदमी था जो पिच पर इस इरादे के साथ डटा हुआ था कि हार नहीं माननी है, मैं कर सकता हूँ पिच पर एक शांत तूफान खेल रहा था इस तूफान का नाम था “मैक्सवेल” कमर में दर्द, हैमस्ट्रिंग की समस्या लेकिन कोई व्यक्ति यदि ठान ले तो कोई उसे रोक नहीं सकता यह कहावत आज सच साबित करके दिखाया हैं ग्लेन मैक्सबेल ने! अफगानिस्तान की टीम सहित मैच देख रहे किसी भी व्यक्ति को यह एहसास तक नही था कि दर्द से जूझ रहा ये खिलाड़ी सारे समीकरण पलट कर रख देगा!
ग्लेन मैक्सवेल वन मैन आर्मी की तरह डट गया
नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी करने आये मैक्सबेल ने नाबाद रहते हुए 128 गेंद में 201 रन (21 चौके 10 छके)जड़ दिए उन्होंने न केवल दोहरा शतक बनाया बल्कि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एक पारी में वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ भी बने! इस मैराथन पारी में मैक्सवेल का बखूबी साथ दिया पैट कमिन्स (68 गेंद पर 12 रन) ने, जिन्होंने भले बहुत अधिक रन न बनाये हो पर दूसरे छोर पर विकेट नहीं गिरने दिए!
आज का मैच सदी के कुछ सर्वश्रेष्ठ मैचों में से एक था !आज की मैक्सवेल की पारी सदी की कुछ चुनिंदा यादगार परियों में से थी जो क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद की जाएंगी! आज की मैक्सवेल की पारी दिखाती है कि जंगल मे भले कितनी ही चुनौतियां क्यों न हो और शेर भले घायल ही क्यों न हो पर जंगल का राजा शेर ही होता है!