सतौंन: शिलाई विधानसभा के प्रवेश द्वार सतौन-श्री रेणुका जी सड़क मार्ग पर टिक्कर खड्ड में पहाड़ी से अचानक भूस्खलन हो गया। इसकी चपेट में आने से एक स्कूली बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल बच्चे को 108 एंबुलेंस की सहायता से सिविल अस्पताल पांवटा साहिब लाया गया। जहां पर बच्चे का उपचार चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मनीष कुमार (14) पुत्र गुमान सिंह निवासी मानल तापड़ी ग्राम पंचायत भजौन का रहने वाला है और वह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सतौन में 9वीं कक्षा में पढ़ता है। शनिवार सुबह 8 बजे के करीब वह घर से पैदल बड़ी बहन व अन्य स्कूली बच्चों के साथ स्कूल के लिए निकला। जैसे ही बच्चे टिक्कर खड्ड के पास पहुंचे तथा खड्ड को पार कर रहे थे तो पहाड़ी से अचानक भूस्खलन हो गया। बाकी स्कूली बच्चों व अन्य लोगों ने भागकर जान बचाई तथा मनीष भूस्खलन की चपेट में आकर मलबे में दब गया।
वहीं मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए खड्ड में उतरकर बच्चे को मलबे से बाहर निकालने में जुट गए। कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को गंभीर अवस्था में मलबे से बाहर निकालकर 108 एंबुलेंस की सहायता से सिविल अस्पताल पांवटा साहिब पहुंचाया गया। जहां पर बच्चे का उपचार किया जा रहा है। बच्चे के टांगों व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें लगी है तथा बच्चा खतरे से बाहर है।
मानल निवासी कपिल पुंडीर, कर्मवीर सिंह, लाल सिंह, विजेंद्र कपूर आदि ने बताया कि सतौन-श्री रेणुका जी सड़क पर टिक्कर खड्ड में बरसात में बहुत भूस्खलन होता है तथा हर साल वहां पर स्कूली बच्चे व क्षेत्र के ग्रामीण अपनी जान को जोखिम में डालकर पार करते है तथा कई बार टिक्कर खड्ड की चपेट में ग्रामीण व गाड़ियां आ चुकी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के ग्रामीण कई वर्षों से टिक्कर खड्ड पर पुल बनाने की मांग कर रहे है लेकिन सरकार व प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है। उधर सिविल अस्पताल पांवटा साहिब के प्रभारी अमिताभ जैन ने बताया कि एक बच्चे को गंभीर अवस्था में सिविल अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया है तथा बच्चें का तुरंत चिकित्सकों ने उपचार शुरू कर दिया है और बच्चा अब खतरे से बाहर है।