कसौली: श्रीमद् भागवत कथा ही एकमात्र ऐसी कथा है इसके अंदर जीवित व्यक्ति के साथ साथ मरे हुए व्यक्ति को भी मुक्त करने का सामर्थ है। कोई भी व्यक्ति कितना भी पाप किया हो, जीवन भर कितनी भी गलत कार्यों में लिप्त रहा हो, ऐसे व्यक्ति के मृत्यु के पश्चात यदि उसके नाम से श्रीमद भागवत कथा कर दी जाए तो वह भी मुक्त हो जाता है।
ईसी महत्वकांक्षा के साथ श्री मति मीरा शर्मा और महेशदत्त शर्मा गाँव काटल कि बाग त० कसौली ज़िला सोलन ने अपने गाँव काटल की बाग में सैप25 मई को कलश यात्रा के साथ शुरू हुया भागवत महापुराण कथा का आज तीसरा दिन था लोगो ने कथा का आनंद लिया कथा वाचक श्री आचार्य चंद्रशेखर जी (चंडी वाले) ने कथा से सब को मंधमुक्त कर दिया! आचार्य जी ने कहा की भागवत कथा के अंदर गोकर्ण धुंधकारी संवाद में हमें यही बताया गया कि जीवन भर धुंधकारी ने पाप किया और बाद में गोकर्ण ऋषि ने उनके नाम से श्रीमद् भागवत कथा का गान किया और वह मुक्त हुए। आचार्य जी ने कहा कि जहां पर भागवत कथा होती है वहां पर उस समय में सारे तीर्थ सारी नदियां सारे देवता विचरण करते हैं। यह भागवत कथा श्री महेश दत्त शर्मा अपने पितरो की शान्ति हेतु करवा रहे हैं!
महेश दत्त शर्मा जी ने अपने सभी इलाका वासियो से अनुरोध किया हैं की सभी सपरिवार कथा का आनंद लेने व भंडार ग्रहण करने हेतू विशेष आमंत्रित है ! 1 जून को दोपहर 2 बजे भंडारे के साथ यह साप्ताहिक कथा पूर्ण हो जाएगी!