शिलाई(कपिल शर्मा):-शिलाई बाज़ार के समीप धकोली में एनएच 707 पर सड़क चोड़ा करने का कार्य चल रहा है! लेकिन एक जगह पर पूरे पहाड़ के ही नीचे खिसकने की नौबत आ गई हैं! इस पूरे पहाड़ पर दरारें पैदा हो गई हैं और कभी भी कोई अनहोनी घटना हो सकती है! आपको बता दें कि इस पॉइंट के नीचे वह आस पास लोगो के पक्के मकान अभी कुछ साल पहले ही बने हुए है! अगर ये पहाड़ नीचे सरकता है तो इन मकानों को बहुत नुक़सान हो सकता है!
जो घर इसकी चपेट मे आ सकते है जब हमने उनसे बात की तो लोगों ने बताया की हमारे घरों मे दरारे पड़नी शुरू हो गई है! सड़क को चौड़ा करने वाली कंपनी द्वारा अपनाया गया सुस्त रवैया ही इसका कारण है जिससे हमे आज अपने घर तक छौड़ने की नोबत आ रही है! एक मकान के मालिक ग्यार सिंह नेगी ने बताया कि यहा कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है! कंपनी ओर प्रशासन को इससे निपटने में तेजी दिखानी चाहिए, हमने 7-8 दिन पहले ही कंपनी व प्रशासन को इसके बारे मे अवगत करवा दिया था उस समय तो इस पहाड़ पर दरारे भी बहुत कम थी उसके बावजूद भी आज तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए है! इस पॉइंट पर कंपनी ने सड़क को चौड़ा करने का कार्य फ़रवरी मे आरंभ किया था 2 महीने बीत जाने के बाद भी कंपनी ने इस पर कोई डँगे नहीं दिए जो की कंपनी कि लापरवाही को दर्शाता है कंपनी को चाहिए था की सड़क को चौड़ा करने के बाद साथ-साथ उसमे दीवार करते परंतु कंपनी ने इसकी 2 महीने तक कोई सुध नहीं ली जिससे आज ख़तरा बहुत बड़ गया है! इस पर कंपनी के एक अधिकारी से जब बात की गई तो वो इस पर अपना पल्ला झाड़ते नज़र आये उन्होंने कहाँ की दरारें सड़क से 100-150 फ़ीट ऊपर पड़ रही है आगे क्या हो सकता है अभी से इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है प्रशासन को इसकी जानकारी दें दी गई थी! एसडीएम शिलाई ही इस पर कोई टिप्पणी कर सकते है !
कंपनी से भू-विज्ञान एक्सपर्ट को बुला कर इसका विस्तृत निरीक्षण करवाया जा रहा है उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही अगले दिशा निर्देश तय किये जाएगे:- सुरेश सिंघा एसडीएम शिलाई
एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा ने बताया की ये मामला उनके सज्ञान में है और मोंके पर जाकर मैंने स्थिति का निरीक्षण किया है और किसी भी ख़तरे से निपटने के लिए कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई गई है! कंपनी को दिशा निर्देश दे दिये गये है की जल्दी ही भू-विज्ञान एक्सपर्ट को बुला कर इसका निरीक्षण करवाया जाये! उसके बाद जो भी उनकी रिर्पोट आती है उसके आधार पर आगे का निर्णय लिया जाएगा फिलहाल तो उसके नीचे आने वाले सभी घरों को ख़ाली करवाया जा रहा है ये स्थायी तोर पर होगा या अस्थाई इसका फ़ैसला भू-विज्ञान एक्सपर्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही तय किया जायेगा! उनसे नुक़सान की भरपाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पीड़ितो को यथासंभव मदद दिलवाने का भरोसा दिया!