पांवटा साहिब: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के बिजली कार्यालयों को बंद करने के निर्णय का भाजपा विरोध करती है। इन कार्यालयों के खोलने का निर्णय सही था, जिसमें बोर्ड की स्वीकृति ली गई थी। सरकार के निर्णय के विरुद्ध न्यायालय जाएंगे। उन्होंने प्रेस बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। जनहित के निर्णय पर राजनीति कर रही है।
वहाँ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री बदला बदली की भावना से राजनीति कर रहे हैं। यह सरकार केवल निर्णय पलटने आई है। मुख्यमंत्री को जनहित की नहीं पिछली सरकार के अच्छे कार्यों को पलटने की चिंता है। बदला बदली वाली सरकार ज्यादा देर चलने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री मंत्री नहीं बना पा रहे और जनता को परेशान कर रहे हैं
भाजपा सड़क से सदन तक करेगी विरोध
भाजपा प्रवक्ता एवं नयनादेवी के विधायक रणधीर शर्मा ने शिमला में पत्रकारों से बातचीत मैं चेतावनी दी कि अगर इस निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया तो भाजपा सड़क से सदन तक इसका विरोध करेगी। लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक बंद कार्यालयों को दोबारा नहीं खोला जाता। उन्होंने सीमेंट प्लांट विवाद पर भी सरकार को घेरा। कहा कि हजारों लोग की रोजी-रोटी छिन गई है, लेकिन सरकार को इसकी चिंता नहीं है। प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि भाजपा उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कर्मचारियों के साथ भद्दा मजाक करने का भी आरोप लगाया कहा कि कांग्रेस जिन वादों के साथ सता में आई है, उस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है ! सरकार पहली कैबिनेट में औपीएस तो तब बहाल करेगी, जब कैबिनेट का गठन होगा।
वही इस मामले को लेकर पूर्व ऊर्जा मंत्री व वर्तमान पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी ने भी बड़ा ब्यान दिया है! उन्होंने कहा है की मुख्यमंत्री बदले की भावना से काम न करे, ये कार्यालय जनहित में खोले गए थे यदि वर्तमान सरकार इस अधिसूचना को रद्द नही करती है तो भाजपा न्यायालय से लेकर सडको पर इस लड़ाई को लड़ेगी तथा प्रदेश सरकार का घेराव करेगी