न्यूज डे नेटवर्क/पांवटा साहिब
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पांवटा साहिब स्थित ऐतिहासिक पातालेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया। इस शुभ अवसर पर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया और हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। मंदिर कमेटी के प्रचार मंत्री धर्मवीर सिंह राठौर ने बताया कि पातालेश्वर महादेव मंदिर न केवल हिमाचल प्रदेश, बल्कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का प्रमुख केंद्र है। इस मंदिर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है और इसकी मान्यता दूर-दूर तक फैली हुई है। मंदिर के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि महर्षि पतंजलि ने द्वापर युग में इस स्थान पर भगवान शिव की घोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया कि यहां एक विशाल दिव्य शिवलिंग प्रकट होगा, जो सदियों तक भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता रहेगा। इतना ही नहीं, महाभारत काल में पांडवों ने भी अपने वनवास के दौरान इस स्थान पर कुछ समय बिताया था। मान्यता है कि इसी पवित्र स्थल के कारण इस गांव का नाम ‘पातलियो’ पड़ा, जो बाद में पातालेश्वर महादेव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हुआ।उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर दूर-दराज से हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक किया। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया, जिससे संपूर्ण वातावरण शिवमय हो गया। मंदिर कमेटी ने इस अवसर पर भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की थीं, ताकि सभी श्रद्धालु सुचारू रूप से दर्शन कर सकें। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया। शिवभक्तों में इस महाशिवरात्रि को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। भक्तों ने भगवान शिव के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। बता दे कि कल मंदिर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने सभी भक्तों से आग्रह किया है कि कल सभी शहर वासी मंदिर में आकर प्रसाद ग्रहण करे और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया।