शिमला (कपिल शर्मा) :पूर्व जयराम सरकार के अंतिम 6 माह के कार्यकाल के समय प्रदेश में खुले संस्थानों पर सुक्खू सरकार और ज्यादा सख्त हो गई है। बुधवार को सरकार ने 3 विभागों (राजस्व, वन व लोक निर्माण विभाग) में 148 संस्थानों को डिनोटिफाई किया है। इसके तहत सरकार ने बिजली बोर्ड में व स्वास्थ्य संस्थानों के डिनोटिफाई करने के बाद अब राजस्व विभाग में 81 पटवार सर्कलों को डिनोटिफाई किया है। इसके अलावा 3 तहसीलों व 21 उपतहसीलों को भी डिनोटिफाई किया गया है। इन सभी को 1 अप्रैल, 2022 के बाद नोटिफाई किया गया है। पूर्व सरकार ने जिन संस्थानों को स्तरोन्नत किया था, उनके दर्जे भी घटाए गए हैं।
ये 81 पटवार सर्कल किए डिनोटिफाई
जिन 81 पटवार सर्कलों को डिनोटिफाई किया गया है, उनमें जिला शिमला में सतोन व सतलाई, कुल्लू में किंजा व चनसारी, कराड़सू व धातू, कांगड़ा में धनेटी गारलां, अनोह, सिहोटू, नंगल, पक्का टियाला, औंद, सोलधा, जांगला, थपकौर, कमनाला व चौगान, मंडी में तांदी, ध्याल, मुरहाग, किगस, भगसोई, ओडीधार, छपराहन, काटला-खनूला, खारसी, झरेड़, मतेहल, सनारली, मनोला, कांडी, भनेरा, नंवीधार (बाग), कुठेहड़ व चौकी, ऊना में क्यारियां, वदोली-त्यूड़ी, गुगलैहड़, प्रोइयां कलां, बल्ह, बीटन, सपौरी, बेहड़ जसवां व ललड़ी, सिरमौर में पालिओंं, आंबवाला सैनवाला, कालाअंब, देवनी, नागल सुकेती, देवीनगर, गौंदपुर, छछेती, पातलियों, बाएकुंआ, शमशेरपुर, मानपुर देवड़ा, खोदरी, मोहकमपुर नवादा, बनौर, डांडा, सैल (चुनवी स्थित शाईला), संखौली स्थित ढांग रूहाणा, चान्दनी, पोका, कुनेर धमौण, कांटी मश्वा, बल्दुआ बोहल व शावगा स्थित जुईनल माटला, बिलासपुर में शिकरोहा, सलोआ, टरवाड़, तंबौल व मलरोओ, किन्नौर में पूह, हमीरपुर में हथोल, टयालु व घंगोट, सोलन में मंडेसर, ढकरियाणा व परवाणु (शहरी) तथा जिला लाहौल-स्पीति में मूरिंग पटवार सर्कल को डिनोटिफाई किया गया है।
ये 3 तहसील व 21 सब तहसील डिनोटिफाई
इसके अलावा प्रदेश सरकार ने 3 तहसीलों को भी डिनोटिफाई किया है। इसके तहत जिला लाहौल-स्पीति की उदयपुर, बिलासपुर की भराड़ी तथा सोलन की किशनगढ़ उपतहसील को डिनोटिफाई किया गया है। इनकी अधिसूचना क्रमश: 7 मई, 19 सितम्बर व 17 सितम्बर को की गई थी। इसके अलावा प्रदेश में 21 सब तहसीलों को डिनोटिफाई किया गया है। इसके तहत जिला बिलासपुर की हरलोग, सिरमौर की कालाअंब, कांगड़ा की जालग व चचियां, लाहौल-स्पीति की जाहलमां, सिरमौर की राजपुर व खोडोंवाला, शिमला की धमवाड़ी, समरकोट व थौली चक्टी, चम्बा की साहो, जिला शिमला की ज्यूरी, बड़ागांव, बल्देयां व कोटी, ऊना में दौलतपुर चौक तथा बिलासपुर की तलाई, सोलन की सुबाथू, शिमला की मतियाना, सिरमौर की सतौन, मंडी की आशला सब तहसील को भी डिनोटिफाई किया गया है।
11 कानूनगो सर्कल डिनोटिफाई
राज्य के जो 11 कानूनगो सर्कल डिनोटिफाई किए हैं उनमें जिला मंडी के बनेहरड़ी, कजौण, केलोधार, मझोठी व भांबला, ऊना के रायपुर, सिरमौर के राजपुर, भाटांवाली, भजौन व सतौन तथा जिला बिलासपुर के बस्सी सर्कल शामिल हैं।
पूर्व सीएम के हलके का वन मंडल भी डिनोटिफाई
प्रदेश सरकार ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज स्थित वन मंडल (वाइल्ड लाइफ) जंजैहली को भी डिनोटिफाई किया है।
ये सैटलमैंट डिवीजन किया डिनोटिफाई
सैटलमैंट डिवीजन मंडी को भी डिनोटिफाई किया गया है तथा इसके अधीन आने वाले क्षेत्रों को इसके नोटिफाई करने से पहले बंदोबस्त कार्यालय कांगड़ा व शिमला में रिस्टोर किया गया है।
लोक निर्माण विभाग के 30 कार्यालय डिनोटिफाई
प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग में 30 सर्कल, डिवीजन, सब डिवीजन व सैक्शन डिनोटिफाई किए हैं। इसके तहत मंडी विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग का तृतीय इलैक्ट्रीकल सर्कल मंडी, सराज हलके में लोक निर्माण विभाग सर्कल जंजैहली, भटियात में लोक निर्माण विभाग मंडल चुवाड़ी, ज्वालामुखी में मंडल ज्वालामुखी जिला कांगड़ा, रामपुर में लोक निर्माण विभाग का मंडल ननखड़ी, उपमंडल खोलीघाट व खड़ाहण सैक्शन, चौपाल में लोक निर्माण मंडल नेरवा, दून में लोक निर्माण मंडल पट्टा महलोग, अर्की में लोक निर्माण विभाग का उपमंडल जयनगर तथा दो अनुभाग ज्योड खड्ड व लोहारघाट, चौपाल विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के बेईघर अनुभाग को डिनोटिफाई किया गया है। इसके अलावा जोगिंद्रनगर में विभाग के उपमंडल मकरीरी व द्रुबाई अनुभाग, चौपाल में उपमंडल सराहं तथा खिड़की अनुभाग, किन्नौर में लोक निर्माण विभाग का एनएच उपमंडल रिकांगपिओ तथा दो अनुभाग रिकांगपिओ व शोंगटोंग, पांवटा साहिब में लोक निर्माण विभाग का उपमंडल खोडोंवाला तथा 2 अनुभाग भुगारनी व तरूवाला, घुमारवीं में उपमंडल कपहारा तथा दो अनुभाग भागर व कपहारा, कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में सुपर स्पैशलिटी ब्लॉक चमियाणा में बी एंड आर व इलैक्ट्रीकल तथा चम्बा विधानसभा क्षेत्र में मेडिकल काॅलेज चम्बा में बी एंड आर व इलैक्ट्रीकल अनुभाग को डिनोटिफाई किया गया है।
अभी तक 400 संस्थान डिनोटिफाई
हिमाचल में पूर्व जयराम सरकार के कार्यालय में खोले गए करीब 400 संस्थानों को अभी तक डिनोटिफाई किया गया है। इनमें स्वास्थ्य, बिजली, राजस्व, वन, लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति के अधिकांश कार्यालय हैं।